लखनऊ| लक्ष्य की आशियाना टीम ने माता सावित्री बाई फुले जी के परिनिर्वाण दिवस पर एक सामाजिक चर्चा का आयोजन लखनऊ कैंट के कैनाल कॉलोनी में स्थित लक्ष्य कमांडर पुष्पा सिंह जी के निवास स्थान पर किया।
माता सावित्री बाई फुले का जीवन संघर्षों से भरा हुआ है और उस काल में असमानता,अंधविश्वास, छुआछूत, शोषण से भरा हुआ था, महिलाएं शिक्षा की रोशनी से कोसो दूर थी, कट्टरपंथियों का बोलबाला था lऐसी स्थिति में उन्होंने इन सब चुनौतियों से टक्कर लेते हुए देश में महिलाओं के लिए 1848 प्रथम विद्यालय खोल दिया अर्थात् चुनौतियों को चीरते हुए अपमान की परवाह किए बिना देश की महिलाओं के लिए शिक्षा के द्वार खोल दिए l
शिक्षा ही है जो मनुष्य को जीना सिखाती है, शिक्षा के बल पर ही मनुष्य विकास की सीढियां चढ़ सकता है अन्यथा वह अंधियारे के दलदल में ही पड़ा रहेगा। इसीलिए बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने भी शिक्षा के महत्व पर बल दिया है। यह बात लक्ष्य कमांडरों ने सामाजिक चर्चा के दौरान कही।
उन्होंने बहुजन समाज के लोगों से कहा कि शिक्षा के महत्व को समझो और अपने बच्चों को शिक्षित अवश्य करों l लक्ष्य कमांडरों ने जोर देते हुए कहा कि माता सावित्री बाई फुले के जीवन संघर्ष को समझ लो तो शिक्षा का महत्व समझ में आ जायेगा ल इस सामाजिक चर्चा में लक्ष्य कमांडर चेतना राव, विजय लक्ष्मी गौतम, रागिनी चौधरी,सुजाता सिंह,पुष्पा सिंह,नीलम चौधरी,स्मिता चंद्रा, चंदा ने हिस्सा लिया।