सरसम के किसानों ने दिया समुदाय आत्मदाह करणे कि चेतावणी
हिमायतनगर - सरकार के ऋणमाफी को बोचत दिन बिते, किंतु ऋणमाफी के लिये पात्र किसानों के लाभान्वित खाते में सरमस बु. एसबीआय शाखा के अधिकारी ने अभीतक ऋणमाफि कि राशी जमा नहीं करवाई है, इसी कारण यहा के किसान बैंको कि लापरवाही कारोबर को लेकरं संतप्त हुए है। तत्काल किसानों के बैंक खाते में ऋणमाफी कि राशि जमा करें अन्यथा एस.बी.आई. शाखा सरसम बु. बैंक के सामने तारीख 5 अप्रैल को इस क्षेत्र के किसान सामूहिक आत्मदहन करेंगे ऐसी चेतावणी दि है, उससे जिले के साथ हिमायतनगर तहसील में खलबली मची है।
शिवसेना - भाजपा युती सरकार ने खेती के लिए ऋण लेनेवाले करदाताओं को 1.5 लाख तक कि ऋणमाफी कि घोषणा कि है। लेकिन वास्तव में इसमें शामिल होणे हुए किसानों के लिये कई शर्तें लादने के कारण फसलपर लिये कर्ज के बोजतले दबे किसानों को ऋणमाफि का इंतजार करने कि नौबत आई हैं। पिछले महीने बैंको ने किसानों के प्रस्ताव में हुई त्रुटियों की सूची लगाकर इसमें सुधार के लिये अपील कि थी, लेकिन ऋणमाफि में मंजूर हुए पात्र किसानों के खाते में आज तक एक रुपया भी जमा नहीं कारवाया है। उलट बैंकों ने देढ लाख ऋणवाले किसानों को तारीख 20 मार्च तक नोटिस देकर 31 मार्च तक उपरोक्त राशि खाता भरने के लिए अल्टिमेट दिया है।
इस वर्ष पहले ही किसान पर्याप्त बारिश से हुए फसलं नुकसानी के कारण, बोंडइल्लि, गारपीटी सहित कई समस्याएं से पीड़ित किसान परेशान है। सरकार ने इन नुकसानग्रस्त किसानों को १० दिनो में खाते में रकम भरणे को कहाँ है, इस परेशान में किसान कहा से बैंक खाते में रकम जमा करेगा..? इस दौरान सरकार ने बारिश के कारण परेशान में आई किसानों को 10 हजार रुपये तत्काल मदद देणे को घोषित किया था। वह राशि भी आज तक कोई भी किसान के खाता में जमा नहीं कि, इसिके साथ मुद्रा योजनाओं का लाभ भी हिमायतनगर, सरमस के शाखा में एक भी नागरिक को नहीं हुआ। तहसील में इस वर्ष सुख अकाल पडणे से किसान अथक अंकात में आय है। ऐसे में कृषीऋण कि जाणकारी पुछनेवाले किसान को, बैंकों के अधिकारियों ने कर्ज के बारे में जानकारी देणे में टालंमटोली कर रहें है। और शासन भी किसानों को गुमराह करणे कि बात किसानों ने वरिष्ठ स्टार्टक भेज ज्ञापन में लिखा है, इस बात को ज्ञान में लेकरं तत्काल सरकार द्वारा दिगई ऋणमाफी कि राशी किसानों के खाते में जमा कारवाकर करदाताओं को ऋण से मुक्त करें। अन्यथा तारीख ५ अप्रैल २०१८ को ऋणमाफी से वंचित किसान बैंक के सामने आत्मदाह करेंगे ऐसी चेतावणी दि हैं। इस ज्ञापन पर एड. अतुल वाणखेडे, उपसरपंच विलास सुर्यवंशी, पूर्व सरपंच सुनील वाणखेडे, रमेश अडबलवाड़, प्रकाश सुर्यवंशी, रमेश सुर्यवंशी, अमोल पवार, मुख्याध्यापक गजानन सुर्यवंशी, गजानन पेंटेवाड़, आदिसमेत कई किसानों के हस्ताक्षर हैं। इस ज्ञापन कि डुप्लिकेट कॉपी किसानों ने शाखा अधिकारी, पुलिस स्टेशन, तहसील कार्यालय, जिला शाखा प्रबंधक नांदेड, जिलाधिकारी नांदेड समेत संबंधितो को दिया है, जिससे नांदेड जिले में खलबली मची है।