हिमायतनगर (अनिल मादसवार) जिले के हिमायतनगर में कानून का शिकंज कमजोर पडने के कारण स्कुल छात्र - छात्राओ कि छेडखानी के प्रकार बढते जा रहे है। लड़कियों द्वारा अपने माता-पिता के पास शिकायतें हो रही है। इस बात को ध्यान में रखकर शहर में बढ रहे छेडखानी को रोकने कि खातीर चिडीमार दस्ते कि नियुक्ती करने कि मांग भाजपा शहराध्यक्ष खंडू चव्हाण ने पुलिस ठाणे में ज्ञापन देकर कि है।
हिमायतनगर शहर को तहसील का दर्जा मिलने के बाद यहां तीन कॉलेजों के साथ दो निजी स्कूलों, और सरकारी स्कूल व सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित हुए हैं। और बाजार की सबसे बड़ी खरीद होने के ग्रामीण परिसर से शहर में स्कूल, कॉलेज में आनेवाले लड़कियों के सात नागरिक की संख्या भारी है। प्रतियोगिता के युग में शिक्षा को महत्व प्राप्त होणे से, महिलये एवं युवतिया आदमी के कंधे से कंधा लगाकर हर कार्यक्षेत्र में उतरती दिखाई देती है/ महिला सबलीकरण को सरकार महत्व देणे से आज ५० प्रतिशद आरक्षण महिला के लिये छोडा जा रहा है/ किंतु ग्रामीण परिसर में कुछ पुरुष आज भी महिला, लडकीयो को अपने होतो कि कठपुतली समझकर स्कूल में आने - जाने वाली युवतीयो से छेडखानी कर रहे है/ ग्रामीण परिसर से शहर में शिक्षा कि खातीर स्कुल, कॉलेज में आनेवाले बालिकाये इस बात को नजरअंदाज कर शिक्षा कि खातीर टपोरियो द्वारा किये जाणवली छेडखानी को चुपचाप सहती जा रही है/
शहर में आनेवाले कॉलेज कॉर्नर, मुख्य सड़कों, संकीर्ण सड़क पर इन टपोरियो ने उछाल शैली, धूम कि गती से वाहन भगाकर, लड़कियों को कट मारकर परेशान किया जा रहा है/ साथ हि कुछ आवरा लडके जोर जोर से गीत गाकर, लाडकीयो को चेतावनियों भरे इशारा द्वारा परेशान किया जाने कि वारदाते आये दिन घट रही है/ लेकिन शिक्षा हि लक्ष्य रखने वाली लाडकीयो के साथ कुछ लड़कों कि आवारगी, छेड़छाड़ में अधिक वृद्धि हुई है। कुछ युवकोद्वारा हो रहें लड़कियों से अश्लील व्यवहार के बारें में जिम्मेदार माता - पिता से शिकायत कर रहें है/ इस बात को ध्यान में रखकर बीजेपी के कार्यकर्तांओं ने पुलिस ठाणे में ज्ञापन देकर स्कूल, बस स्टैंड और शहर के चौक -चौबारो में होनेवाली वाहनों कि धूम शैली, छेडछाड को रोकने के साथ युवतीयो को सुरक्षितात का भरोसा दिलाने कि खातीर चिडीमार टीम बनाकर तैनात कर इस प्रकार को नियंत्रण में लाने कि अपील कि गई है। इसवक्त युवा मोर्चा अध्यक्ष राम सूर्यवंशी, विलास वानखेड़े, दीपक बास्टेवाड, दिलीप शिंदे, शुभम दंडेवाड, दुर्गेश मंडोजवार, रॉबिन चौव्हाण, मंगेश शिंदे, राम हेंद्रे, शंकर जाधव, अक्षय निर्मले, सोमेश फुलके, राम गव्हाने, अनिल शिंदे, सारंग फुलके, राम कूरमे, हनुमान आरेपलू, केदार ताटेवाड, अनिल शिंदे, शीतल सेवनेकर, ओंकार वाढोणकर, नरेश जाधव और कई कार्यकर्ता के साथ युवा वर्ग उपस्थित थे।
छेड़छाड़ की एक भी शिकायत दर्ज नहीं
शहर में विगत सालो में अनेक घटना घटी, कई महीनों से छेडखानी कि वारदातों से लाडकीया परेशान हुई है, लेकिन पुलिस थाने में एक भी अपराध दाखिल नहीं किया गया। हालांकि लड़कियों के परिजनो से पुलिस से शिकायतें कि थी/ इस मामले कि दरखास्त युवती दै इसकी कोई आवश्यकता नहीं है..? किंतु पुलिस इस प्रश्न कि और किस कारण अनदेखी करती है..? ऐसा सवाल जागरूक लाडकीयो के माता-पिता वर्ग से पूछा जा रहा है। जबकी पुलिस किसी भी वक्त टपोरियो को धरदबोचकर मुकदमा दायरकर युवती - महिला को न्याय दिलाने के लिए मदद कर सकती है/ किंतु शहर में ऐसा नही होणे से टपोरियो के मनसुबे बढते जा रहें है। इस बात कि और कर्तव्यदक्ष थाणेदार विट्ठल चव्हाण साहब ने ध्यान देकर हिमायतनगर बसस्थानक, मंदिर परिसर में एक मिनी पुलिस स्टेशन बनाकर और चिडीमार दस्ते तैनात कर स्कुल छात्राओ को सुरक्षा देणे कि मांग आमजनता से कि जा रही है।
ऐसी घटना के कारण दो लड़कियों ने की आत्महत्या
पांच साल पहले, ऐसीहि छेडखानी से परेशान होकर ग्रामीण परिसर के एक गांव की बेटी ने कुंए में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। कुछ महीनों के बाद एक और लड़की ने आत्महत्या कर ली। बाद इस वर्ष हिमायतनगर में हुजपा कॉलेज की दो लड़कियां लापता हुई है। हालांकि माता - पिता ने पुलिसथाने शिकायत दी है, किंतु अबतक ऊन लड़कियों कि खोज या जांच नहीं हूई/ फिर भी पुलिस ने शहर में टपोरियो कि नकेल कसने के लक्ष से कोई भी काम नही किया..? ऐसा आरोप अमजनता लगा रही है/ कारणवश हमेशा टपोरियो द्वारा कि जा रही छेडखानी व पीड़ा सहने कि नौबत हमपर आई है, ऐसी प्रतिक्रिया एक लडकी ने संवादादाता को बातचीत के दौरान दि है, इस मुसीबत से छुटकारा दिलाने के लिये पुलिस प्रयास करें ऐसी मांग भी उसने कि है।