हिमायतनगर, अनिल मादसवार| महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित हिमायतनगर स्थित भगवान श्री परमेश्वर मंदिर में 27 तारीख से ज्ञानेश्वरी परायण, कीर्तन व धार्मिक कार्यक्रम से उत्सव कि शुरूवात हो गई है। इस अवसर को लेकरं मंगळवार को आई महाशिवरात्री के उप्लक्ष में पर सभी भक्तों ने कोरोना के नियमों का पालन करना चाहिए और भगवान श्री परमेश्वर की पूजा करनी चाहिए ऐसा अनुरोध तहसीलदार डी.एन.गायकवाड़ ने किया।
वह महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर श्री परमेश्वर मंदिर में भेट देकर श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध कराई जा रही योजना एवं सुविधाओं का जायजा लेने आए थे। इस समय प्रारंभ में उन्होंने भगवान श्री परमेश्वर के दर्शन किए। कोरोना के चलते दो साल बाद मूर्ति का कैलेंडर छपा। तहसीलदार गायकवाड़ ने श्री परमेश्वर मूर्ति के कलैण्डर एवं भित्ति चित्र का विमोचन किया।
विदर्भ, मराठवाड़ा, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश सहित राज्य के सभी कोनों से भक्त श्री परमेश्वर दर्शन के लिए आते हैं। पिछले दो साल से कई लोग कोरोगा के कारण श्रीदर्शन नहीं जा पाए हैं। इस साल भले ही कोई यात्रा नहीं है, लेकिन भक्तों के चेहरों पर श्रीदर्शन लेने की खुशी साफ देखी जा सकती है। महाशिवरात्रि की रात मंदिर समिति के पदसिद्ध अध्यक्ष तहसीलदार डी.एन. गायकवाड़ के हाथों अधिकारिक महापूजा श्री परमेश्वरजी को अलंकार से साजाऱ्या जायेगा| उसके बाद सप्ताह के अंत में काले का कीर्तन दिवस तक भक्त धार्मिक सप्ताह के अवसर पर कोरोना के नियमों का पालन करते हुए श्री परमेश्वर के अलंकृत दर्शन कर सकेंगे।
परंपरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन जो कि 01 मार्च को पुजारियों की मधुर आवाज में पुलिस कि निगराणी में श्री परमेश्वर की प्रतिमा का विधिवत पूजन किया जाएगा, इसी पृष्ठभूमि में बैंक लॉकर में रखे आभूषणों को आज पुलिस सुरक्षा में श्री परमेश्वर मंदिर लाया गया और पंचनामा किया गया। इस अवसर पे मंदिर समिति के अध्यक्ष तहसीलदार डी.एन. गायकवाड़, उपाध्यक्ष महावीरचंद श्रीश्रीमाल, अनंत देवकते, माधव पालजकर, लताताई मुलंगे, मथुराबाई भोयर, अनिल मादसवार, पुलिस जमादार नागरगोजे, बाबूराव भोयर, मुन्ना शिंदे, देवराव वाडेकर, शिवाजी रामदीनवार, बंडू हरडापकर और कई भक्तगण उपस्थित थे।