हिंदू-मुस्लिम भाईयो ने पुष्पमाला पहनाकर दिंडी को शुभकामनाएं दि..
हिमायतनगर | शहर के साथ तालुका में, हिंदू-मुस्लिम भाई एक-दूसरे के त्योहार, दिंडी, हज यात्रा, ईसके साथ सभी प्रकार के जुलूस में शामिल होकर आनन्द से मनाई जाने के कारण शहर के भाईचारे कि परंपरा आज भी कायम हैं। इसका अनुभव आज शहर में दाखल हुई कोल्हारी से शेगाँव पैदल यात्रा के दौरान वारकरी भक्तो को आया है।
आपको बता दे कि, किनवट तालुका में इस्लापूर सर्कल के आखिर कोने पर स्थित ग्राम कोल्हारी गाँव के कानीफनाथ और गजानन महाराज के भक्तों द्वारा कोल्हारी से शेगाँव पैदल यात्रा कि 1 सितंबर से सुरुवात कि है। इस पैदल यात्रा का आगमन हिमायतनगर शहर में होतेही मंदिर द्वारा भव्य स्वागत हुवा, इसम परमेश्वर भक्त संतोष वानखेड़े और रामभाऊ नरवाड़े ने दिंडी में शामिल लोगो को चाय - पण कि व्यवस्था करने का सौभाग्य प्राप्त किया है। दर्शन और स्वागत समारोह के बाद, मंदिर समिति के वरिष्ठ संचालक श्री लक्ष्मण शंकरगे की उपस्थिति में, शेगाँव के लिये कोल्हारी - शेगाँव पैदल पालखी दिंडी को भेजा गया। जैसा कि दिंडी अपने रास्ते पर निकली थी, ऊस वकत कई भक्तो ने पालखी में स्थित कानीफनाथ के दर्शन लिये, इसी मंदिर के पास फूलों का कारोबार करने वाले एक मुस्लिम भाई हिदायत खान ने दीडि को रोक दिया और दिंडी प्रमुख तथा दत्त आश्रम जिरोना के शिवागिरी महाराज के साथ-साथ टालकरी, विणेकरी, जिनके सिर पर तुलसी वृंदावन है ऊस महिला भक्तों के साथ सभी का पुष्पमाला से स्वागत किया। इस बात से दिंडी में शामिल वारकरी हैरान थे। लेकिन यह हिमायतनगर शहर कि भाईचारे की परंपरा है, जो सैकड़ों वर्षों से हिमायतनगर शहर में प्रचलित है, और आज के दिंडी में शामिल वारकरियों को हिंदू-मुस्लिम भाइयों को एक-दूसरे के त्योहारों में भाग लेने का आनंद मिला है। इस दिंडी में, दिगंबर पंडागले, तुकाराम महाराज तिवरींग, प्रल्हाद राठोड, मृदंगाचार्य दत्ता आडे, भगवान आडवं, दशरथ पाटील नरोटे, आडेलू महाराज जिंके भजनी मंडळ सहयोगी हुवा था| दिंडी चे प्रमुख मार्गदर्शक शिवगिरी महाराज असून, संयोजक राजू बिराजदार, मारोती चिक्नेपाड, यादवराव मिरासे, सुधाकर वडकुते, महिला संयोजक सौ.लिलावतीबाई नरोटे शामिल हुए है|
इस दिंडी के मुख्य मार्गदर्शक शिवगिरी महाराज हैं, और संयोजक में राजू बिराजदार, मारोती चिकेनपाड, यादवराव मिरासे, सुधाकर वडकुते, महिला समन्वयक श्रीमती लीलावतीबाई नरोटे शामिल हैं। श्याम डंके, मन्मथ चंदनागे स्वामी स्वर दिंडी को सामान और अन्य सामग्रियों कि यातायात के खातीर वाहन उपलब्ध किया गया है। स्वागत के बाद यह पैदल यात्रा बोरी, चातारी, उमरखेड और अन्य स्थानों सहित अगले कई गांवों में रुक्ष - रुकरुककर शेगाव पहुंचेगी। यहाँ गजानन महाराज दर्शन के बाद यह पालकी दिंडी वाहन में बैटकर अपने गाव लौटेगी ऐसी जानकारी दिंडी के प्रमुख ने दी है| इस अवसरपर अनिल मादसवार, राजीव आलेवाड, शिवाजी रामदिनवार, सुदर्शन गुड्डेटवार, संजय मुधोळकर, बंडू हरडपकर, आदी के साथ अनेक नागरिक, परमेश्वर भक्त उपस्थित हुए थे|