राजनैतिक लीडरो कि अनदेखी से आम जनता परेशान
हिमायतनगर (अनिल मादसवार) मराठवाडा से तेलंगणा की ओर जानेवाले वाशि रास्ते की, और सत्ताधारी नेताओ के स्वार्थ के कारण अत्यंत खस्ता हालत हो गई है । इस रास्तो की मरम्मत का काम लाखो रूपयो के निधी में से करने के बाद भी कही जगोंपर घुटनोतक गढ्ढे जानलेवा बन गये है । महाराष्ट्र सरकार कितने लोंगो की जान जाने के बाद रास्तो की विशेष मरम्मत का काम करनेवाली है ? ऐसा संतप्त सवाल मुसाफिरो ने पुछा है ।
सिरपल्ली-डोल्हारी-हिमायतनगर-वा शी रास्ते के विशेष मरम्मत के लिए महाराष्ट्र शासन ग्रामविकास जनसंधारण मुंबई विभाग की ओर से विशेष मरम्मत कार्यक्रमवर्ष 2016-17 में 39 लाख 24 हजार रूपयो का निधी मंजूर हुआ । यह काम दिसबंर 2017 मेें शुरू होकर जानेवारी २०१८ को खतम हुआ है। रस्ते का निर्मण करनेवाला शेख साबेर शेख सरदार इस ठेकेदारने इस विभाग की ओर लक्ष देनेवाले अभियंता सुधिर पाटील से मिलीभगतकर हिमायतनगर अंडर ब्रिज रास्ते से केवल बर्हाली तांडे तक के गड्डे बुझाने का काम कर आगे के रस्ते को जस को तस रखकर आधुरा छोडकर पलायन किया है । इस वजह से पार्डी गांव की शुरूवात से आदिवासी क्षेत्र के वाशी गांव में से तेलंगणा सीमातक के डांमर के रास्ते पर जगह-जगह बडे-बडे गढ्ढे हो गये है ।
ऐसे रास्तेपर से 4 पय्या वाहन, 2 पय्या वाहन और 3 पय्या वाहन चलाते वक्त अपनी जान जोखीम में डालकर यातायात करना पडता है । महाराष्ट्र सरकार ऐसे रास्तो की मरम्मत करने के लिये किस के इजाजत की प्रतिक्षा कर रही है ? विगत वर्ष में ऐसे गढ्ढो के कारण बारीश में बडी बिकट अवस्था होने से तेलंगणा का मराठावाडे से संपर्क टूट गया था । तेलंगणा व मराठावाडा को जोडनेवाला नजदीक का रास्ता के रूप में नागरिक वाशी से गांव में दोडरना, कुबेर, म्हैसा, निर्मल, बासर, निझामाबाद, हैद्राबाद को जाते है । लेकीन केवल पार्डी से वाशी के तेलंगणा सीमातक रास्ते की दैयनिय अवस्था होणे के कारण उनपर २० से २५ किलोमीटर दुरी के रस्ते से यात्रा करने का समय वाहचालक और यात्रियोपर आया है । इस ओर संबंधित विभाग के वरिष्ठ ने तत्काल लक्ष देकर आधुरे रास्ते के मरम्मत की जांच कर और बारीश के पूर्व ही रास्ते की मरम्मत और चौढाई बढायें टंकाई यहा से रास्ता पार करनेवालो को सुरक्षा महसूस हो ऐसी मांग लोगो ने दैनिक भास्कर के माध्यम से की है।