तहसील के ग्रामीण सड़कें बदहाल में
हिमायतनगर (अनिल मादसवार) हिमायतनगर शहर में उप-विभागीय कार्यालय में उप-अभियंता बेंब्ररे की ढीली कारभार के कारण मुख्य सड़क के साथ कई सड़कें बदहाल हुई हैं। इस खड्डेमई सड़क पर चलने के दौरान कई लोग गीर -पडणे से घायल हो रहे हैं। एक तरफ शासन खड्डे मुक्त रस्ते करने का प्रयास कर रहे हैं..जबकि हिमायतनगर तालुका में हर जगह खड्डेमई सड़क पर यातायात कर जान जोखीम में दालने कि नौबत आई ऐसा चित्र दिखता है /
हिमायतनगर तालुका तेलंगाना - विदर्भ का मध्य में स्थित है, किनारे पर आदिवासी बहूल किनवट भाग है। हदगाव से अलग करणें के कारण हिमायतनगर में सार्वजनिक निर्माणविभाग का उप-विभागीय कार्यालय सुरू कारवाया गया हैं/ कार्यालय के निर्माण के तबसे यहा का कार्यालय का कामकाज हदगाव या माहूर के अधिकारियों को दिया जा रहा है/ कारावास माहूर तालुका में रहकर संबंधित हंडीकरी उंट से बकोरिया चराने जैसी काम करणें के कारण तहसील के बोहतसे सड़क कि अवस्था बदहाली में तबदील हुई है। इस मामले को लेकरं चर्चा की जाती हैं कि, उपअभियंता का कारोबार संभालनेवाला अधिकारी महीने - महीना इस परिसर या कार्यालय को आयते हि नही, और परिसर का जायजा नई लेते, कारावास ग्रामीण क्षेत्रों में कई काम होणे बाकी है। इसके परिणामस्वरूप छोटे खड्डे बड़े होकर यायला करणें वाले वाहनवालो को खड्डेमई सड़क से गुजरते हुए जाणलेवा सफर करने कि नौबत आई हैं। आज कि स्थिती में हदगाव - हिमायतनगर, सोनारी - दुधड, सरसम - पवना, हिमायतनगर - धानोरा - वारंगटाकली, हिमायतनगर - बोरी, हिमायतनगर - सवना - वाशी सहित अन्य मार्ग तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रस्ते कि बहुत बुरी स्थिति निर्माण हुई है।
इस बारे कि जानकारी संबंधित विभाग को होते हुए भी कामकाजी निर्माण विभाग उपअभियंता अंदेखी कर रहे हैं/ उनके मनमानी और दुर्लक्षित कार्यभार के कारण सामान्य यात्री के साथ वाहन चालक परेशान हो रहे है/ खड्डेमय सड़क से जाना जाणलेवा साबित हो रहा हैं क्यूकीं गड्डेमय रस्ते यातायात करणें के कारण मानके, कमर में झटके लागणे से कई लोग स्पॉन्डिलीयटीज जैसे बिमारी से परेशान हो रहे हैं/ इस गड्डामई रस्ते कि और सबंधित विभाग हमेशा कि तऱ्हा मिलीभगत कर निकृष्ठ निर्माण कार्य करते हुए ठेकेदारो को सहयोगी भूमिका निभाकर आपणा स्वार्थ साधं रहे हैं/ ऐसा करोबर चालते हुए भी तहसील के रानटीक नेतागण भी इस और अंनदेखी करणें से अधिकारी निगरगठ हो गये ऐसा आरोप सामान्य जनताद्वारा लगाया जा राहा हैं/ एक तरफ सरकार ने सड़क पर खड्डे बुजवों के काम के लिए पंद्रह दिन का अल्टिमेट दिया हैं। किंतु हिमायतनगर तहसील में अभी तक कोई खड्डा नही भरा जाणे से सार्वजनिक निर्माणविभाग के उपविभागीय कार्यालय में सरकार के आदेश की कुडेदान दिखाया तो नही जा रहा.... ऐसा प्रश्न आगे आ रहा है।
इस बारे में संबंधित उपअभियंता बेंब्ररे के साथ दूरधवनी से पूछे जाने पर मेरे पास अभि तो चार्ज मिल हैं/ फिर काम कैसे होंगे, उसके लीये वक्त लगेगा, मैं हिमायतनगर आने के उपरांत आप से मिलूंगा ऐसा कहकर फोन बंद कर दिया/
विश्राम गृह में बसाया कार्यालय
हादगाव से विभाजित हो जाने के बाद हिमायतनगर में निर्माण विभाग के उपविभाग का कार्यालय स्थापित हुआ। यह उसके लिये स्वतंत्र भवन नहीं है, इसी कारण आज कि स्थिती में पूर्व विश्राम निवास भवन में यह कार्यालय सुरू किया गए हैं। यहांपर कामा के लिये आनेवाले अधिकारी - कर्मचारियों के साथ अन्य सरकारी - निमशासिक लोगों और मेहमानों को रुकने के लिए विश्रामग्रहा उपलब्ध नही होणे से परेशानी बढि हैं। इस कार्यालय में भेट देणे पर जादातर एक चपराशी के लावा दुसरा कोई भी नही राहता. यहां के लिये शाखा अभियंता, कनिष्ठ अभियंता, स्था.अ.सहा (३), कनिष्ठ लिपिक और चालक ऐसी ७ कर्मचारीयो कि नियुक्ती हैं/ किंतु बोहतसे लोग नियुक्तिके बाद भी यहा पर नही आने से कार्यालय केवल शोभा कि वस्तू बना हैं/ जादातर ऐसे तिलाही लागा हुवा दिखाई देता हैं/