नृसिंह इंग्लिश स्कुल में छात्र को दि जाणकारी
हिमायनगर| कोरोनावायरस वुहान में फैलने के बाद अब भारत में दाखिल हुवा है, दो दिन पहले इसके संक्रमण का संदेहास्पद व्यक्ती नांदेड में पाया जाणे का मामला सामने अणे से सभी और इस बिमारी को लेकरं दहशत फैली है| इसलिये छात्र ने बाहेर के किसी भी चिजो को खाना नंही चाहिये, और इस बिमारी से बचने के लिये भोजन से पूर्व हात कि स्वच्छता पर ध्यान देकर खुद्द को जाणलेवा वायरस से बचाये ऐसी जाणकारी नृसिंह इंग्लिश स्कुल के अध्यापक ने तारीख ३० जनवरी गुरुवार को बच्चों और अभिभावकों को देकर सचेत करने का प्रयास किया है।
आज कि स्थिती में भारत समेत ३० देशों में कोरोनावायरस संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। भारत उन टॉप ३० देशों में शामिल हैं, जहां चीन से फैले कोरोनावायरस के संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। इससे सभी और कोरोना को लेकरं सचेता कि खातीर आंजनता, स्कुल, कॉलेज एवं सभी जागाच कोरोना वायरस कि जाणकारी देकर आम जनता को जागृत क्कीय जा रहा है| इस बात को धन्य में लेकरं नांदेड जिले के हिमायतनगर तहसील के जानेमाने नृसिंह इंग्लिश स्कुल में नौनिहाल स्कुल छात्र को कोरोना वायरस क्या है, कैसे फैलता है, इसाक परिणाम कैसे होता है, आमतौर पर कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों में सर्दी-खांसी के लक्षण देखे जाते हैं। हालांकि, यदि संक्रमण गंभीर है, तो मृत्यु भी हो सकती है| नॉटिंगम विश्वविद्यालय में वायरोलॉजी के एक प्रोफेसर जोनाथ बॉल के अनुसार, "यह एक बहुत ही नए प्रकार का कोरोना वायरस है। इस बात की प्रबल संभावना है कि वायरस जानवरों द्वारा संक्रमित हो सकता था। इस बिमारी का संक्रमण हुए व्यक्ती से अन्य व्यक्ती को होणे कि संभावना है| वायरस के बारे में चिंता करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक यह है कि यह सबसे पहले फेफड़ों को प्रभावित करता है। वायरस के संक्रमित होते ही व्यक्ति को खांसी शुरू हो जाती है। कोरोना रुकावट के लिये मरीजों का एक अलग कमरे में इलाज चल रहा है, ताकि अन्य लोग संक्रमित न हों। इस बात को ध्यान में लेते हुए किसी को भी इस प्रकार कि शिकायत हुई तो तत्काल ज्यांचं करावा ले, और ४८ घंटे पहले बानी कोईक भी चीज नं खाये इसके साथ और भी जाणकारी दि| इस अवसर पे स्कुल के संचालक संजय मारावार, प्रधानाध्यापक रुपाली गुंडेवार, मीरेवाड सर, राम सर आदी केस साथ स्कुल छात्र और अध्यापक व अभिभावक उपस्थित थे|
हिमायनगर| कोरोनावायरस वुहान में फैलने के बाद अब भारत में दाखिल हुवा है, दो दिन पहले इसके संक्रमण का संदेहास्पद व्यक्ती नांदेड में पाया जाणे का मामला सामने अणे से सभी और इस बिमारी को लेकरं दहशत फैली है| इसलिये छात्र ने बाहेर के किसी भी चिजो को खाना नंही चाहिये, और इस बिमारी से बचने के लिये भोजन से पूर्व हात कि स्वच्छता पर ध्यान देकर खुद्द को जाणलेवा वायरस से बचाये ऐसी जाणकारी नृसिंह इंग्लिश स्कुल के अध्यापक ने तारीख ३० जनवरी गुरुवार को बच्चों और अभिभावकों को देकर सचेत करने का प्रयास किया है।
आज कि स्थिती में भारत समेत ३० देशों में कोरोनावायरस संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। भारत उन टॉप ३० देशों में शामिल हैं, जहां चीन से फैले कोरोनावायरस के संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। इससे सभी और कोरोना को लेकरं सचेता कि खातीर आंजनता, स्कुल, कॉलेज एवं सभी जागाच कोरोना वायरस कि जाणकारी देकर आम जनता को जागृत क्कीय जा रहा है| इस बात को धन्य में लेकरं नांदेड जिले के हिमायतनगर तहसील के जानेमाने नृसिंह इंग्लिश स्कुल में नौनिहाल स्कुल छात्र को कोरोना वायरस क्या है, कैसे फैलता है, इसाक परिणाम कैसे होता है, आमतौर पर कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों में सर्दी-खांसी के लक्षण देखे जाते हैं। हालांकि, यदि संक्रमण गंभीर है, तो मृत्यु भी हो सकती है| नॉटिंगम विश्वविद्यालय में वायरोलॉजी के एक प्रोफेसर जोनाथ बॉल के अनुसार, "यह एक बहुत ही नए प्रकार का कोरोना वायरस है। इस बात की प्रबल संभावना है कि वायरस जानवरों द्वारा संक्रमित हो सकता था। इस बिमारी का संक्रमण हुए व्यक्ती से अन्य व्यक्ती को होणे कि संभावना है| वायरस के बारे में चिंता करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक यह है कि यह सबसे पहले फेफड़ों को प्रभावित करता है। वायरस के संक्रमित होते ही व्यक्ति को खांसी शुरू हो जाती है। कोरोना रुकावट के लिये मरीजों का एक अलग कमरे में इलाज चल रहा है, ताकि अन्य लोग संक्रमित न हों। इस बात को ध्यान में लेते हुए किसी को भी इस प्रकार कि शिकायत हुई तो तत्काल ज्यांचं करावा ले, और ४८ घंटे पहले बानी कोईक भी चीज नं खाये इसके साथ और भी जाणकारी दि| इस अवसर पे स्कुल के संचालक संजय मारावार, प्रधानाध्यापक रुपाली गुंडेवार, मीरेवाड सर, राम सर आदी केस साथ स्कुल छात्र और अध्यापक व अभिभावक उपस्थित थे|