नांदेड (नृसिंह न्यूज नेटवर्क) युवाओने खुद्द के जिंदगी का निर्णय स्वयं लेणे कि क्षमता खुद्द में निर्माण करणी जरुरी है. इसी के साथ भविष्य उज्वल बनाने के लिये विभिन्न क्षेत्र का चयन कर उंचा स्थान प्राप्त करणे कि उम्मीद नाही चोदानी चाहिये ऐसा आवाहन सामाजिक कार्यकर्ती तथा गोदावरी अर्बन कि, अध्यक्ष श्रीमती राजश्री पटेल ने किया.
वे रानी जिजाऊ और स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष पर आयोजित शिवाजी भोसले प्रतिष्ठान परभणी, स्वामी विवेकानंद अध्ययन केंद्र, शिवाजी कॉलेज परभनी के संयुक्त से आयोजित "नई साज- नई आवाज" कार्यक्रम में जागर युवा शक्तीचा इस उपलक्ष पर युवाओ कि चर्चा में बात कर रहे थे। इस अवसर प श्रीमती पाटिल ने कहा कि, युवा शब्द का उलट उच्चार करणे से वायू होता है, जिस युवा को आगे कुछ बनाने कि चाह है, वह बडी अशा से कार्य में जुटता है/ आज के सभी युवाओं ने सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणीक, व्यापार क्षेत्र में आज आकार खुद का विकास करना चाहिये/ बिना कोशिश किये कुछ भी हासील नहीं होता/ आज का युवा वर्ग केवल सोशियल मीडिया पर जाडा है, किंतु उमे से क्या सिखना और क्या नहीं सिखना इसका विचार करना जरुरी है/ जीवन में आगे बंधने के लिये बेहतर किताबें पढ़कर खुदमे आदर्श व्यक्तित्व निर्माण करणे कि ताकद पैदा कराना जरुरी है।
इस अवसर पर हेमंतराव जामकर, डॉ. बाळासाहेब, प्रधान जाधव, कल्याण देशमुख, विजय गायकवाड़ डॉ. जयप्रकाश तिडके, रामप्रसाद देशमुख, रोहिदास नितोंडे, विजय मोरे, पंडित निर्मल, लक्ष्मण गारकर, नरहरि मुटकुले, नितिन लोहत, प्रा विठ्ठल भुसारी, प्रा. एन आर देशमुख, नारायण चौधरी, सचिन देशमुख, त्र्यंबक वडसकर, अरविंद सागर, अजीत हालांकि, अंजलि मगर, सतीश मुंदे, रितेश जैन, संजय गजमल और शहर के युवा, महिला बड़ी संख्या में उपस्थित थे।