डीआरएम उपिंदर सिंह से की गई विभिन्न मांगे प्रस्तुत
अगर मांगें पूरी नाही हुई तो, नए साल में आंदोलन तेज होगा
हिमायतनगर (अनिल मादसवार) नांदेड़- औरंगाबाद स्पेशल रेलवे को आदिलाबाद में प्रस्थान करने कि मंग के साथ, रेल स्थानक पार हो राहे खराब निर्माण जांच हो, धनबाद एक्सप्रेस को हिमायतनगर स्थानक पर स्टोपेज और विभिन्न मँगो को लिहत १० दिसंबर को सुबह ९ बजे सर्वपक्षीत कृती समितियों सहित तालुका मराठी प्रेस एसोसिएशन ने रेल्वे स्थानक पर धरणा आंदोलन किया| स्टेशन पर दाखील हुए नांदेड दक्षिण मध्य रेलवे के मंडल प्रबंधक उपेंद्र सिंह को मांग का ज्ञापन सौपा गया है| अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो, नए साल में आंदोलन तेज किया जाएगा ऐसी चेतावणी आंदोलनकारीयो ने निजामाबाद समाचार से कि मुलकात में दि है|
हिमायतनगर (वाढोणा) शहर, दक्षिण भारत में प्रसिद्ध श्री परमेश्वर भगवान का तीर्थ स्थान के नाम से पहचान जाता है। यहाँ से यह १५ किलोमीटर के अंतराल पर तेलंगाना और १० किमी की दूरी पर विदर्भ है हिमायतनगर रेलवे स्टेशन से यात्रियों कि अवभागात जरी रहती है, इसलिये भक्तों की आवश्यकता के कारण, रेलवे संघर्ष समिति, प्रेस एसोसिएशन और सर्वपक्षीत कृती समितियों ने बार-बार रेलवे महाप्रबंधक, मंडल रेल प्रबंधक और अन्य अधिकारियों को अपना अनुरोध प्रस्तुत किया था। किंतु ग्रामवासीयोकी मंग कि और रेल्व प्रशासन ने अनदेखी कि, इसलिए हिमायतनगर शहर के नागरिक आक्रामक हो गए। इस बीच, हिमायतनगर रेलवे प्लेटफॉर्म का नवीनीकरण का काम शुरू हुआ। लेकिन यह काम करणे वाले ठेकेदार ने काम शुरू किया, और बहुत खराब तरीके से काम शुरू हुआ था, इस्की जाणकारी गाँव के संबंधित नागरिकों को मिलने के बाद ने काम की जाँच की माँग की गई थी। हालांकि, रेलवे विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है, और अभी तक इस काम मी उपयोग कि जा राहे मटेरियल कि टेस्ट रिपोर्ट नहीं आई, कुछ दिन पहले इंजिनियर ने भेट के दौरान यह आश्वासन दिया गया था कि सामग्री नमूना प्रयोगशाला में भेजी गई है। और यह खराब होणे कि रिपोर्ट आनेपर काम दोबारा से किये जायेगा| दिये आश्वासन पर कुछभी नही होने से ग्रामवासियो ने धरणा आंदोलन किया है|
आंदोलन कारियो ने नांदेड़-औरंगाबाद रेलवे ट्रेन आदिलाबाद से रवाना होनी चाहिए। कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस को हिमायतनगर स्थानक पर स्टोपेज देना चाहिये, नादेड-मुंबई तपोवन एक्सप्रेस को आदिलाबाद तक चलाया जाए। नांदेड - बेंगलुर को ट्रेन आदिलाबाद - बैंगलोर बनाई जानी चाहिए। यात्रियों को आरक्षण बोगी समझणे के लिये रेलवे स्टेशन पर एलईडी प्लेट, महिलाओं के लिये शौचालय, सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो ऐसी मांग भरा ज्ञापन सर्वपक्षीत कृती समितियों सहित मराठी पत्रकार संघ की ओर से मंगळावर सुभा 9 बजे रेलवे यार्ड में विरोध आंदोलन करणे के उपरांत स्टेशन पर दाखल हुए डीआरएम उपिंदर सिंह से की गई| इस समय आंदोलनकारियों ने हमारी मांगों को पूरी करो, नांदेड-औरंगाबाद ट्रेन को आदिलाबाद जैसे चलावो, खराब काम के बारे में जणच करो शिसे नारे लागते हुए डीआरएम उपिंदर सिंह से यहां स्टेशन पर समस्या के बारे में शांतिपूर्ण तरीके से बात की। इस समय डीआरएम उपिंदर सिंह ने काही कि, मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है, अपने सौपे ज्ञापन को देखते हुए कहा कि मैं इन मांगों को वरिष्ठों को अग्रेषित करूंगा। यात्रियों की संख्या और स्टेशन पर उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर, सब कुछ निर्भर करता है। इसलिये इन मांगो को पुरा करणे का अधीकारी वरिष्ठ को है ऐसा उन्होने कहा, इस समय उनके साथ विभिन्न अधिकारी, कर्मचारी, रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि नए साल में रेलवे के सवाल पर आंदोलन तेज होगा। इसके अलावा, चूंकि रेलवे के महाप्रबंधक १३ दिसंबर को इन मार्गों पर यात्रा करेंगे, इस वक्त उन्हें उपरोक्त मांगों को प्रस्तुत किया जाएगा। इस्पर भी समस्या नही सुलझी और मांगे पुरी नाही हुई तो आंदोलन तीव्र होगा| इस आंदोलन में परमेश्वर गोपतवाड, पत्रकार संघाचे तालुका अध्यक्ष गोविंद गोडसेलवार, प्रहारचे जिल्हा उपाध्यक्ष बालाजी बलपेलवाड, भाजप तालुकाध्यक्ष आशीष सकवान, अभियंता प्रवीण जन्नावार, दिलीप राठोड, प्रभाकर मुधोळकर, गवंडी सर, रामभाऊ सुर्यवंशी, गजानन हरडपकर, शे.अन्सार शेवाळकर, उदय देशपांडे, विठ्ठल ऐरणकर, जैनोद्दीन पार्डीकर, श्याम कल्याणकर, सुरेश कदम, निलेश कोरपकवाड, संतोष चव्हाण, बालाजी गंगुलवार, अजिंक्य अंबिलगे, शे.नादार शे.महेबूब, प्रशांत चप्पलवाड, निलेश हनवते, अनंता बोळसावार, बाबुभाई वीरसनीकर, नागोराव बापूराव, शे.अलीम, आनंदामामा सवणेकर, संतोष बजेवाड, पत्रकार अनिल मादसवार, दिलीप शिंदे, दत्ता शिराणे, सोपान बोपीलवार, अ मनान भाई, पांडुरंग गाडगे, ज्ञानेश्वर पंदलवाड, सिद्धोधन हनवते, साईनाथ धोबे, जांबुवंत मिराशे, परमेश्वर शिंदे, पाशा भाई, परमेश्वर काळे, फाहद खान, वसंत राठोड, मनोज पाटील, दता पुप्पलवाड, मारोती वाडेकर, शे.जुबेर, आदि कई नागरीक, रेलयात्री उपस्थित थे।
सीनियर इंजीनियर मिट्टी की रेत मामले में चिडीचूप हुए !
हिमायतनगर रेलवे स्टेशन पर, आंदोलनकारीयो ने आज भी वरिष्ठ अभियंता सज्जा ने पिछली यात्रा में किए गए वादों के अनुसार रेत परीक्षण रिपोर्ट दिखाने की मांग की। इस समय, इंजीनियरों ने टालमटोली का जवाब दिया, उन्हें सैंडिंग (रेती) प्रक्रिया ठीक करने के लिए कहा गया। इस समय, उन्होंने सभी रेत को अस्वीकार करने का वादा किया था, फार भी निर्माण कार्य पर मिट्टीमिश्रित रेतीची लायी है यह बात उजागर हुई| जिससे सज्जा ने कहा कि, यदि हिमायतनगर में आसपास अच्छी रेत उपलब्ध है। तो असे खरीदकर पुराणे सैंड को रिजेक्त करेंगे, लेकिन खराब कार्य के गुणवत्ता जांच के बारे में क्या रिपोर्ट है इस्की पुच्छताच किरणे पर उनकी बोलती बंद हो गई है? आज दिए गए बयान के बाद, नांदेड़ रेलवे डिवीजनल मैनेजर निकृष्ट काम करणे वाले ठेकेदर पर क्या कार्रवाई करेंगे इस और शहरवासियो ने नजरे गडाई है।
अगर मांगें पूरी नाही हुई तो, नए साल में आंदोलन तेज होगा
हिमायतनगर (अनिल मादसवार) नांदेड़- औरंगाबाद स्पेशल रेलवे को आदिलाबाद में प्रस्थान करने कि मंग के साथ, रेल स्थानक पार हो राहे खराब निर्माण जांच हो, धनबाद एक्सप्रेस को हिमायतनगर स्थानक पर स्टोपेज और विभिन्न मँगो को लिहत १० दिसंबर को सुबह ९ बजे सर्वपक्षीत कृती समितियों सहित तालुका मराठी प्रेस एसोसिएशन ने रेल्वे स्थानक पर धरणा आंदोलन किया| स्टेशन पर दाखील हुए नांदेड दक्षिण मध्य रेलवे के मंडल प्रबंधक उपेंद्र सिंह को मांग का ज्ञापन सौपा गया है| अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो, नए साल में आंदोलन तेज किया जाएगा ऐसी चेतावणी आंदोलनकारीयो ने निजामाबाद समाचार से कि मुलकात में दि है|
हिमायतनगर (वाढोणा) शहर, दक्षिण भारत में प्रसिद्ध श्री परमेश्वर भगवान का तीर्थ स्थान के नाम से पहचान जाता है। यहाँ से यह १५ किलोमीटर के अंतराल पर तेलंगाना और १० किमी की दूरी पर विदर्भ है हिमायतनगर रेलवे स्टेशन से यात्रियों कि अवभागात जरी रहती है, इसलिये भक्तों की आवश्यकता के कारण, रेलवे संघर्ष समिति, प्रेस एसोसिएशन और सर्वपक्षीत कृती समितियों ने बार-बार रेलवे महाप्रबंधक, मंडल रेल प्रबंधक और अन्य अधिकारियों को अपना अनुरोध प्रस्तुत किया था। किंतु ग्रामवासीयोकी मंग कि और रेल्व प्रशासन ने अनदेखी कि, इसलिए हिमायतनगर शहर के नागरिक आक्रामक हो गए। इस बीच, हिमायतनगर रेलवे प्लेटफॉर्म का नवीनीकरण का काम शुरू हुआ। लेकिन यह काम करणे वाले ठेकेदार ने काम शुरू किया, और बहुत खराब तरीके से काम शुरू हुआ था, इस्की जाणकारी गाँव के संबंधित नागरिकों को मिलने के बाद ने काम की जाँच की माँग की गई थी। हालांकि, रेलवे विभाग ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है, और अभी तक इस काम मी उपयोग कि जा राहे मटेरियल कि टेस्ट रिपोर्ट नहीं आई, कुछ दिन पहले इंजिनियर ने भेट के दौरान यह आश्वासन दिया गया था कि सामग्री नमूना प्रयोगशाला में भेजी गई है। और यह खराब होणे कि रिपोर्ट आनेपर काम दोबारा से किये जायेगा| दिये आश्वासन पर कुछभी नही होने से ग्रामवासियो ने धरणा आंदोलन किया है|
आंदोलन कारियो ने नांदेड़-औरंगाबाद रेलवे ट्रेन आदिलाबाद से रवाना होनी चाहिए। कोल्हापुर-धनबाद एक्सप्रेस को हिमायतनगर स्थानक पर स्टोपेज देना चाहिये, नादेड-मुंबई तपोवन एक्सप्रेस को आदिलाबाद तक चलाया जाए। नांदेड - बेंगलुर को ट्रेन आदिलाबाद - बैंगलोर बनाई जानी चाहिए। यात्रियों को आरक्षण बोगी समझणे के लिये रेलवे स्टेशन पर एलईडी प्लेट, महिलाओं के लिये शौचालय, सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो ऐसी मांग भरा ज्ञापन सर्वपक्षीत कृती समितियों सहित मराठी पत्रकार संघ की ओर से मंगळावर सुभा 9 बजे रेलवे यार्ड में विरोध आंदोलन करणे के उपरांत स्टेशन पर दाखल हुए डीआरएम उपिंदर सिंह से की गई| इस समय आंदोलनकारियों ने हमारी मांगों को पूरी करो, नांदेड-औरंगाबाद ट्रेन को आदिलाबाद जैसे चलावो, खराब काम के बारे में जणच करो शिसे नारे लागते हुए डीआरएम उपिंदर सिंह से यहां स्टेशन पर समस्या के बारे में शांतिपूर्ण तरीके से बात की। इस समय डीआरएम उपिंदर सिंह ने काही कि, मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है, अपने सौपे ज्ञापन को देखते हुए कहा कि मैं इन मांगों को वरिष्ठों को अग्रेषित करूंगा। यात्रियों की संख्या और स्टेशन पर उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर, सब कुछ निर्भर करता है। इसलिये इन मांगो को पुरा करणे का अधीकारी वरिष्ठ को है ऐसा उन्होने कहा, इस समय उनके साथ विभिन्न अधिकारी, कर्मचारी, रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
ट्रेन स्टेशन पर साफ-सफाई नही हुई...!
एक ओर, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल रेलवे स्टेशन को साफ करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। आज हिमायतनगर स्टेशन पर डीआरएम आते ही स्टेशनों की सफाई और असुविधा का अंबर सामने आया है, जबकी स्टेशन पर कुछ कर्मी सफाई करते और कुछ लोग रंग लागत दिखाई पडे है, साथ हि प्लॅटफॉर्म के साथ रेल्वे मुख्य द्वार एक सामने कचरे का अंबर दिखाई देणे से ट्रेन स्टेशन पर साफ-सफाई नही हुई यह बात उजागर हुई है...!
आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि नए साल में रेलवे के सवाल पर आंदोलन तेज होगा। इसके अलावा, चूंकि रेलवे के महाप्रबंधक १३ दिसंबर को इन मार्गों पर यात्रा करेंगे, इस वक्त उन्हें उपरोक्त मांगों को प्रस्तुत किया जाएगा। इस्पर भी समस्या नही सुलझी और मांगे पुरी नाही हुई तो आंदोलन तीव्र होगा| इस आंदोलन में परमेश्वर गोपतवाड, पत्रकार संघाचे तालुका अध्यक्ष गोविंद गोडसेलवार, प्रहारचे जिल्हा उपाध्यक्ष बालाजी बलपेलवाड, भाजप तालुकाध्यक्ष आशीष सकवान, अभियंता प्रवीण जन्नावार, दिलीप राठोड, प्रभाकर मुधोळकर, गवंडी सर, रामभाऊ सुर्यवंशी, गजानन हरडपकर, शे.अन्सार शेवाळकर, उदय देशपांडे, विठ्ठल ऐरणकर, जैनोद्दीन पार्डीकर, श्याम कल्याणकर, सुरेश कदम, निलेश कोरपकवाड, संतोष चव्हाण, बालाजी गंगुलवार, अजिंक्य अंबिलगे, शे.नादार शे.महेबूब, प्रशांत चप्पलवाड, निलेश हनवते, अनंता बोळसावार, बाबुभाई वीरसनीकर, नागोराव बापूराव, शे.अलीम, आनंदामामा सवणेकर, संतोष बजेवाड, पत्रकार अनिल मादसवार, दिलीप शिंदे, दत्ता शिराणे, सोपान बोपीलवार, अ मनान भाई, पांडुरंग गाडगे, ज्ञानेश्वर पंदलवाड, सिद्धोधन हनवते, साईनाथ धोबे, जांबुवंत मिराशे, परमेश्वर शिंदे, पाशा भाई, परमेश्वर काळे, फाहद खान, वसंत राठोड, मनोज पाटील, दता पुप्पलवाड, मारोती वाडेकर, शे.जुबेर, आदि कई नागरीक, रेलयात्री उपस्थित थे।
सीनियर इंजीनियर मिट्टी की रेत मामले में चिडीचूप हुए !
हिमायतनगर रेलवे स्टेशन पर, आंदोलनकारीयो ने आज भी वरिष्ठ अभियंता सज्जा ने पिछली यात्रा में किए गए वादों के अनुसार रेत परीक्षण रिपोर्ट दिखाने की मांग की। इस समय, इंजीनियरों ने टालमटोली का जवाब दिया, उन्हें सैंडिंग (रेती) प्रक्रिया ठीक करने के लिए कहा गया। इस समय, उन्होंने सभी रेत को अस्वीकार करने का वादा किया था, फार भी निर्माण कार्य पर मिट्टीमिश्रित रेतीची लायी है यह बात उजागर हुई| जिससे सज्जा ने कहा कि, यदि हिमायतनगर में आसपास अच्छी रेत उपलब्ध है। तो असे खरीदकर पुराणे सैंड को रिजेक्त करेंगे, लेकिन खराब कार्य के गुणवत्ता जांच के बारे में क्या रिपोर्ट है इस्की पुच्छताच किरणे पर उनकी बोलती बंद हो गई है? आज दिए गए बयान के बाद, नांदेड़ रेलवे डिवीजनल मैनेजर निकृष्ट काम करणे वाले ठेकेदर पर क्या कार्रवाई करेंगे इस और शहरवासियो ने नजरे गडाई है।