राजस्व अधिकारी, कर्मचारियों की मिलीभगत हो रही गौण खनिज कि चोरी
हिमायतनगर | शहर के साथ तालुका के ग्रामीण इलाकों में, बड़ी संख्या में घरों, सड़कों, नालियों का निर्माण किया जा रहा है और शहर में रेलवे स्टेशन और कई घर निर्माणाधीन हैं। कुछ बालू तस्कारो ने राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर बालू की तस्करी करने का सिलसिला जरी किया है। यह चोरीछिपा कारोबार पर्यावरण को बाधित कर रहा है,
जबकि घर के मालिक के साथ जरूरतमंदों को मनमानी रुपये के दाम में बेचकर उन्हे लूट रहे हैं। इसबात कि शिकायतें अनेपर प्रहार के उपजिलाप्रमुख बालाजी बलपेलवाड ने कहा कि कलेक्टर अरुण डोंगरे साहेब ने इसपर ध्यान देना चाहिए, अन्यथा रेत माफियाओं के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से जिला कार्यालय के सामने उपवास हड़ताल किया जाएगा।
विस्तृत समाचार यह है कि, पिछले कुछ महीनों से, शहर के रेत कि यातायात करणे वाले कुछ ट्रैक्टर मालिकोंने हिमायतनगर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रेत की जमाखोरी की है| इस चोरिके कारोबार में पुलिस विभाग और राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी कर्मियों के साथ हाथ मिलाया है, और अभूतपूर्व तरीके से रेत जमा कर रहें है। इस संदर्भ में प्रहार के उपजिला प्रमुख बालाजी बलपेलवाड ने राजस्व अधिकारियों को फोन पर शिकायत दर्ज की और टीम को रविवार को खनन हो रहें जगह पर भेजे जाने की मांग की। चूंकि कोई भी टीम या राजस्व का कर्मचारी नहीं आणे से रेत तस्करों ने शनिवार, रविवार को छुट्टी का कायदा लेट हुए हजारो ब्रास रेती कि जमखोरी कि। नांदेड -किंवर राष्ट्रीय महामार्ग के म्हसोबा नाले से, बड़ी मात्रा में रेत का निकास किया गया। और उसी रेत को रेलवे विभाग की पटरियों के पीछे परिसर में जमा किया गया है। बलपेलवाड ने कहा कि इस मामले कि जाणकारी राजस्व के अधिकारियों को पता थी किंतु वे अपने वित्तीय हितों की उपेक्षा करने से रेती माफियाओ कि चलती हो रहि हैं| इस प्रकार कि रोकथाम के लिये तुरंत रेत तस्कारो पकडकर पुलिस कारवाई करनी चाहिए और पर्यावरणीय क्षति को रोकना चाहिए इसी मांग सोमवार को हिमायतनगर में दाखल हुए उपविभागीय अधिकारी महेश वडदकर कि भेट लेकरं कि गई अन्यथा कलेक्टर नांदेड़ के कार्यालय के सामने आमरण अणशन किया जायेगा ऐसी चेतावनी भी प्रहार ने दि है।
हिमायतनगर | शहर के साथ तालुका के ग्रामीण इलाकों में, बड़ी संख्या में घरों, सड़कों, नालियों का निर्माण किया जा रहा है और शहर में रेलवे स्टेशन और कई घर निर्माणाधीन हैं। कुछ बालू तस्कारो ने राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर बालू की तस्करी करने का सिलसिला जरी किया है। यह चोरीछिपा कारोबार पर्यावरण को बाधित कर रहा है,
जबकि घर के मालिक के साथ जरूरतमंदों को मनमानी रुपये के दाम में बेचकर उन्हे लूट रहे हैं। इसबात कि शिकायतें अनेपर प्रहार के उपजिलाप्रमुख बालाजी बलपेलवाड ने कहा कि कलेक्टर अरुण डोंगरे साहेब ने इसपर ध्यान देना चाहिए, अन्यथा रेत माफियाओं के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से जिला कार्यालय के सामने उपवास हड़ताल किया जाएगा।
विस्तृत समाचार यह है कि, पिछले कुछ महीनों से, शहर के रेत कि यातायात करणे वाले कुछ ट्रैक्टर मालिकोंने हिमायतनगर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रेत की जमाखोरी की है| इस चोरिके कारोबार में पुलिस विभाग और राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी कर्मियों के साथ हाथ मिलाया है, और अभूतपूर्व तरीके से रेत जमा कर रहें है। इस संदर्भ में प्रहार के उपजिला प्रमुख बालाजी बलपेलवाड ने राजस्व अधिकारियों को फोन पर शिकायत दर्ज की और टीम को रविवार को खनन हो रहें जगह पर भेजे जाने की मांग की। चूंकि कोई भी टीम या राजस्व का कर्मचारी नहीं आणे से रेत तस्करों ने शनिवार, रविवार को छुट्टी का कायदा लेट हुए हजारो ब्रास रेती कि जमखोरी कि। नांदेड -किंवर राष्ट्रीय महामार्ग के म्हसोबा नाले से, बड़ी मात्रा में रेत का निकास किया गया। और उसी रेत को रेलवे विभाग की पटरियों के पीछे परिसर में जमा किया गया है। बलपेलवाड ने कहा कि इस मामले कि जाणकारी राजस्व के अधिकारियों को पता थी किंतु वे अपने वित्तीय हितों की उपेक्षा करने से रेती माफियाओ कि चलती हो रहि हैं| इस प्रकार कि रोकथाम के लिये तुरंत रेत तस्कारो पकडकर पुलिस कारवाई करनी चाहिए और पर्यावरणीय क्षति को रोकना चाहिए इसी मांग सोमवार को हिमायतनगर में दाखल हुए उपविभागीय अधिकारी महेश वडदकर कि भेट लेकरं कि गई अन्यथा कलेक्टर नांदेड़ के कार्यालय के सामने आमरण अणशन किया जायेगा ऐसी चेतावनी भी प्रहार ने दि है।
हिमायतनगर तालुका से बहने वाली पैनगंगा नदी और शहर परिसर से बहने वाले नाले के किनारे कोई रेत घाट कि निकामी नाही हुई। लेकिन सरकार की गौण खनिज को कई जगहों से माफियाओ द्वारा चुराय जा रहा है, हिसके लिये सीधी जेसीबी द्वारा बांध फोडकर रातों और सुबह में तथा छुट्टी के दिन में दिनभर रेती कि चोरी की जा रही है। ऐसी शिकायत भाजपा युवा मोचा तहसील अध्यक्ष रामभाऊ सूर्यवंशी ने महेश वडदकर से की| इस चोरी कि रेती को हिमायतनगर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जहां सड़कों, घरकुल का निर्माण चल रहा है, वहां रेत से भरा ट्रैक्टर ५ से ५.५ हजार के दाम में बेचकर आम जनता को लूटा जा रहा है। उन्होंने यह भी मांग की कि राजस्व कर्मियों के सहयोग से रेत की चोरी का सिलसिला जारी है, ऐसे रोककर पर्यावरण को अबाधित रखा जाए।