नगरपंचायत प्रशासन कुंभकरण निंदमें
हिमायतनगर| मच्छरों से फैलने वाली डेंगू नाम की बीमारी आजकल बहुत आम हो गई, इस बिमारी कि दहशत से सामूचे हिमायतनगर समेट नांदेड जिले में बहुत तेजी से फ़ैल रही है| डेंगू बुखार को अक्सर लोग समझ नहीं पाते है और फिर देर हो जाती है, जिससे यह मच्छर जाणलेवा बनता है| इस प्रकार कि बुखारी से लोगो मी भय का माहौल निर्माण होणे से स्वास्थ्य विभाग कि और से जनजागृती कि जा रही है|
विगत कुछ महिनो से हिमायतनगर शहर व परिसर में गंदगी व नालीयो कि सफाई के अभाव के कारण नागरिकों को बुखार, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का सामना करणा पड रहा है| इस बिमारी कि चपेट से नागरिक को राहत दिलाने के लिये स्वास्थ्य विभाग कि और से जनजागृती व ज्यांचं कि खातीर दस्त गठन किए गाये है| यही स्वास्थ्य विभाग कि टीम शहर के सभी वार्डमें नागरिकों के घर जाकर दूषित पानी और गंदगी के माहौल से होनेवाले स्वास्थ्य को अबाधित रखणे के लिये पाणी के भंडारण और बीमार मरीजों का निरीक्षण कर रही है। इतना ही नहीं, वे अधिकारी - कर्मी शहर में फाईली हुई बिमारी के भय को नियंत्रित करने के लिए शुष्क दिनों का पालन करने का आग्रह कर रहे हैं। टीम में दो चिकित्सा अधिकारी, दो बहनें और तीन से चार सहकर्मी शामिल हैं।
बुधवार १९ नवंबर को, सुबह ९ बजे से, एक टीम ने शहर के वार्ड नंबर १४ का दौरा किया और जांच शुरू की। इस समय, क्षेत्र के नालीयो में मच्छरों की वृद्धि देखी गई है। साथ ही पाणी से भरे टैंक में मच्छरों के अंडे और मच्छरों के उत्परिवर्तन की उपस्थिति से नागरिकों में डेंगू जैसी बीमारी को लेकर डर पैदा हो गया है। कई जगहों पर बुखार के मरीज पाए गए हैं, उनका इलाज ग्रामीण अस्पतालों में किया गया और कुछ लोगो पार जारी है। इस संबंध में, चिकित्सा अधीक्षक, स्वास्थ्य, डॉ. गायकवाड़ ने नागरिकों को सलाह दी कि वे हर दो दिन में संग्रहित पानी को निकाल फेक सुख दिन और भारे पाणी के टांकी को कवर करें। साथ ही, नगर पंचायत प्रशासन के प्रमुख को एक पत्र भेजा गया है जो शहर के वार्ड में नालियों की सफाई और स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में जागरूकता रखने का आग्रह करता है। उन्होंने नागरिकों से अपने स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने और घर के परिसर में गंदगी जमा नहीं होने देने का आग्रह भी उन्होने किया।
कुंभकर्णी नींद से उठना चाहिए नगरपंचायत - फ़िरोज़खान पठान
जांच के दौरान, क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता और अल्पसंख्यक विभाग के जिला उपाध्यक्ष फ़िरोज़ खान पठान ने कहा कि, नगरपंचायत प्रशासन पूरी तरह से लपरवाह और गैरजीम्मेदार हुई है| जब कि शहर में भयानक डेंगू बीमारी के लिए जिम्मेदार है जिसे शहर के आम जनता को सहना पड़ता है। नागरिक अपने-अपने घरों की सफाई करेंगे, सूखे दिन रखेगे, लेकिन प्रशासन के कोई भी नाले की सफाई और कचरा उठाने नहीं आ रहा है.. जिससे शहर के नागरिक को बिमार पडणे कि नौबत आई ऐसा भी उन्होने कहा।
हिमायतनगर| मच्छरों से फैलने वाली डेंगू नाम की बीमारी आजकल बहुत आम हो गई, इस बिमारी कि दहशत से सामूचे हिमायतनगर समेट नांदेड जिले में बहुत तेजी से फ़ैल रही है| डेंगू बुखार को अक्सर लोग समझ नहीं पाते है और फिर देर हो जाती है, जिससे यह मच्छर जाणलेवा बनता है| इस प्रकार कि बुखारी से लोगो मी भय का माहौल निर्माण होणे से स्वास्थ्य विभाग कि और से जनजागृती कि जा रही है|
विगत कुछ महिनो से हिमायतनगर शहर व परिसर में गंदगी व नालीयो कि सफाई के अभाव के कारण नागरिकों को बुखार, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का सामना करणा पड रहा है| इस बिमारी कि चपेट से नागरिक को राहत दिलाने के लिये स्वास्थ्य विभाग कि और से जनजागृती व ज्यांचं कि खातीर दस्त गठन किए गाये है| यही स्वास्थ्य विभाग कि टीम शहर के सभी वार्डमें नागरिकों के घर जाकर दूषित पानी और गंदगी के माहौल से होनेवाले स्वास्थ्य को अबाधित रखणे के लिये पाणी के भंडारण और बीमार मरीजों का निरीक्षण कर रही है। इतना ही नहीं, वे अधिकारी - कर्मी शहर में फाईली हुई बिमारी के भय को नियंत्रित करने के लिए शुष्क दिनों का पालन करने का आग्रह कर रहे हैं। टीम में दो चिकित्सा अधिकारी, दो बहनें और तीन से चार सहकर्मी शामिल हैं।
बुधवार १९ नवंबर को, सुबह ९ बजे से, एक टीम ने शहर के वार्ड नंबर १४ का दौरा किया और जांच शुरू की। इस समय, क्षेत्र के नालीयो में मच्छरों की वृद्धि देखी गई है। साथ ही पाणी से भरे टैंक में मच्छरों के अंडे और मच्छरों के उत्परिवर्तन की उपस्थिति से नागरिकों में डेंगू जैसी बीमारी को लेकर डर पैदा हो गया है। कई जगहों पर बुखार के मरीज पाए गए हैं, उनका इलाज ग्रामीण अस्पतालों में किया गया और कुछ लोगो पार जारी है। इस संबंध में, चिकित्सा अधीक्षक, स्वास्थ्य, डॉ. गायकवाड़ ने नागरिकों को सलाह दी कि वे हर दो दिन में संग्रहित पानी को निकाल फेक सुख दिन और भारे पाणी के टांकी को कवर करें। साथ ही, नगर पंचायत प्रशासन के प्रमुख को एक पत्र भेजा गया है जो शहर के वार्ड में नालियों की सफाई और स्वच्छता और स्वच्छता के बारे में जागरूकता रखने का आग्रह करता है। उन्होंने नागरिकों से अपने स्वयं के स्वास्थ्य का ध्यान रखने और घर के परिसर में गंदगी जमा नहीं होने देने का आग्रह भी उन्होने किया।
कुंभकर्णी नींद से उठना चाहिए नगरपंचायत - फ़िरोज़खान पठान
जांच के दौरान, क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता और अल्पसंख्यक विभाग के जिला उपाध्यक्ष फ़िरोज़ खान पठान ने कहा कि, नगरपंचायत प्रशासन पूरी तरह से लपरवाह और गैरजीम्मेदार हुई है| जब कि शहर में भयानक डेंगू बीमारी के लिए जिम्मेदार है जिसे शहर के आम जनता को सहना पड़ता है। नागरिक अपने-अपने घरों की सफाई करेंगे, सूखे दिन रखेगे, लेकिन प्रशासन के कोई भी नाले की सफाई और कचरा उठाने नहीं आ रहा है.. जिससे शहर के नागरिक को बिमार पडणे कि नौबत आई ऐसा भी उन्होने कहा।