हिमायतनगर - सरकार द्वारा डिजिटल शिक्षा पर जोर दिया जा रहा है, सर्वशिक्षा अभियान अब समग्र शिक्षा अभियान में तब्दील हो गया है। इसलिए, हमारे शिक्षा विभाग पर अब 12 वी कक्षा के छात्रों की ज़िम्मेदारी आई है। अब तक हिमायतनगर में 55 से 60 स्कूलों को डिजिटल करने में हमें सफलता मिली है। डिजिटल शिक्षा तंत्रज्ञान के माध्यम से छात्रों के बुद्धि को बढ़ावा देने मी मदत मिल रही है। लेकिन माता-पिता का भी कर्तव्य है कि, शिक्षक कैसे स्कूल में छात्रों को शिक्षित करते हैं, छात्र कैसे प्रगति करता है। इसे जांचने की जरूरत है तभी छात्रों का मन स्कुल में सम्मीलीत होकर शिक्षित ज्ञान प्राप्त कर उन्नत होंगे ऐसा मंतव्य गुठशिक्षा अधिकारी रमेश संगपवाड ने व्यक्त किया।
वे नेहरू नगर स्कूल नंबर - 2 के द्वारा निमित्त हुई दो डिजिटल कमरों के उदघाटन कार्यक्रम के मंच से उपस्थित अभिभावक तथा गणमान्य व्यक्तीयो को मार्गदर्शन करते हुए बोल रहें थे। इस वक्त मंच पर नगराध्यक्ष अ.अखिल अ.हमीद, काँग्रेसचे अल्पसंख्य जिल्हा उपाध्यक्ष फेरोजखान पठाण, माजी तालुकाध्यक्ष जनार्धन ताडेवाड, रफिक सेठ, अन्वर खान, सरदार खान, सदाशिव सातव, शे.रहीम सेठ, संदीप अग्रवाल, मिर्जा बेग, गजानन सूर्यवंशी, मेहबूब भाई, आहद भाई, संभाजी कदम, महावितरणचे श्री आडेराव, अरुण पाटील, केंद्र प्रमुख सय्यद सर, शेख सर, शाला व्यवस्थापन समिती अध्यक्ष बंडू गायकवाड, शे.महेमूद शे.कासम, अख्तरली सर, आदींसमेत अनेक गणमान्य व्यक्ती उपस्थित थे। इस वक्त नगराध्यक्ष अ.अखिल अ.हमीद के हाथों माता सरस्वती की पूजा व रिबन काटकर डिजिटल कक्षाओं का उद्घाटन किया गया।
गणमान्य व्यक्तीयो ने स्कूल कि दिवरो पर निकाली गई चित्रकारी, सजावट, ज्ञानाक्षर, डिजिटल होम और स्कुल कि सफाई का निरीक्षण बाद प्रशंसा करते हुए स्कुल के शिक्षक और प्रधानाध्यापक को बधाई दी। इस समय स्कुल प्रबंधन समिति और शिक्षकों के होतो गणमान्य अतिथियो का स्वागत फूलों से किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री संगपवाड ने आगे कहा कि, हिमायतनगर के मराठी और उर्दू स्कुल को आधिकारिक तौर पर पहले डिजिटल बाणाने कि मेरी ख्वाईश थी। हालांकि, माता-पिता और समिति का सहयोग नाही मिलने के कारण, स्कुल का कारोबार डगमगाया है। अब स्कूल के छात्रों के वैज्ञानिक ज्ञान के लिए सरकारी स्तर से 12 लाख सामग्री उपलब्ध हुई है। निजी संस्थानों की तुलना में अब जिला परिषद स्कूल के छात्रों को उच्च शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसका लाभ सभी गरीब छात्रो को मिलने कि खातीर नगराध्यक्ष व अभिभावको ने विशेष पालक मिटिंग बुलाकर कर्तव्यतत्पर समिती का गठन कारणा होगा। जिंके माध्यम से स्कुल को पूर्ववत प्रगती के प्रवाह में लाने में सभी ने सहयोग देना जरुरी है, साथ हि यह के अध्यापक के होनेवाले अवागमन को रोक लगाकर विद्यार्थीयो कि शिक्षा का स्तर बढाणे के लिये ध्यान देणे कि अपील भी उन्होने उपास्थितो से कि।
स्कूल छात्र शिवराज गायकवाड़ ने उपस्थित को अपने शब्दो में भाषण कर सभी का दिल जीत लिया। स्कूल गुणवत्ता तकनीशियनों के विकास के साथ, छात्रों और स्कूल में स्मार्ट टीवी और स्कूली शिक्षा में सुखद कमरे डिजिटल बनाने के लिये स्कूल प्रबंधन समिती और गणमान्य व्यक्तियों ने सहयोग देणेवाले सभी लोगो का प्रधानाध्यापक कस्तुरे ने प्रास्ताविक भाषण में व्यापारी और शिक्षा प्रेमियों धन्यवाद व्यक्त किया। कार्यक्रम सुंदर समालोचन धोबे सर ने किया और उपस्थितगण का आभार सौ.सविता गुंडेवार मैडम ने माना। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये गुंडेवाड मैडम, चव्हाण मैडम, वाघमारे सर, नरवाडे सर, वाठोरे सर, आदी के साथ परिसर के अभिभावकों, शिक्षकों और ग्रामीण क्षेत्र के लोगो ने मेहनत की।